नई वेबसाइट शुरू करना आपके जीवन के लिए एक टर्निंग पॉइंट हो सकता है, लेकिन अपनी वेबसाइट को सफल बनाने के लिए आपको कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं का ध्यान रखना अति आवश्यक है। अगर आप एक मजबूत योजना के बिना अपनी वेबसाइट शुरू कर देते हैं, तो आपकी मेहनत बेकार भी हो सकती है। इस बात को मद्दे-नजर रखते हुए इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे महत्वपूर्ण बातें बताएंगे, जो आपको अपनी वेबसाइट शुरू करने से पहले ध्यान में रखनी चाहिए।
वेबसाइट शुरू करने से पहले ध्यान रखें ये महत्वपूर्ण बातें
उद्देश्य:
वेबसाइट शुरू करने से पहले अपने उद्देश्य को स्पष्ट कर लेना है और खुद से यह सवाल पूछना है कि आखिर इस वेबसाइट को शुरू करने का आपका मुख्य उद्देश्य क्या है। क्या आप इस वेबसाइट के माध्यम से लोगों को जानकारी देना चाहते हैं या फिर कोई प्रोडक्ट बेचना चाहते हैं या फिर अपना व्यक्तिगत पोर्टफोलियो बनाना चाहते हैं। अगर आपका उद्देश्य स्पष्ट होगा तो वेबसाइट को उसी तरह से डिजाइन किया जा सकेगा।
टारगेट ऑडियंस:
वेबसाइट शुरू करने से पहले आपको अपने ऑडियंस को ध्यान में रखना पड़ेगा। अगर आप बच्चों के लिए वेबसाइट बना रहे हैं तो उसमें बच्चों के लिए उपयोगी ग्राफिक्स और फॉन्ट का इस्तेमाल किया जाएगा, अगर आप युवा पीढ़ी के लिए वेबसाइट बना रहे हैं तो इसके लिए आपकी वेबसाइट का इंटरफेस आधुनिक और इंटरैक्टिव होना चाहिए। अगर आप उम्रदराज व्यक्तियों या फिर बुजुर्गों के लिए वेबसाइट बना रहे हैं तो आपकी वेबसाइट का लुक उसी तरह का होना चाहिए।
डोमेन नेम:
आपकी वेबसाइट का डोमेन नाम उसकी पहचान का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। इसे सरल, यादगार, और आपके व्यवसाय या विषय से संबंधित होना चाहिए। डोमेन नेम हमेशा छोटा होना चाहिए, इसमें स्पेशल कैरक्टर, अक्षरों, संख्याओं या हाइफन का उपयोग करने से बचना चाहिए। अगर आपका डोमेन नाम आपके ब्रांड या वेबसाइट के उद्देश्य को स्पष्ट करता है तो यह आपकी वेबसाइट के लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है।होस्टिंग:
वेबसाइट की होस्टिंग आपके साइड की-स्पीड प्रदर्शन और विश्वसनीयता के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है, वर्तमान समय में GoDaddy, Bluehost, HostGator जैसे कुछ प्रमुख कंपनियां है, जो आपको होस्टिंग सर्विस प्रोवाइड करती हैं। यह कंपनियां वास्तव में विश्वास करने योग्य हैं, लेकिन फिर भी होस्टिंग खरीदते समय कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। जैसे की उस कंपनी की होस्टिंग चुने जो आपको अच्छी अपटाइम गारंटी और तेज़ लोडिंग स्पीड प्रदान करे और आपको 24/7 कस्टमर सपोर्ट दें।इसके अलावा SSL सर्टिफिकेट आपकी वेबसाइट के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। अगर आपको होस्टिंग कंपनी यह सर्टिफिकेट नहीं देती है तो फिर आपको यह अलग से खरीदना पड़ता है। इसीलिए होस्टिंग खरीदने से पहले ध्यान रखें कि वह कंपनी आपको SSL सर्टिफिकेट दे रही है या नहीं।
बजट:
वेबसाइट बनाने से पहले अपने बजट को भी ध्यान में रखना है। क्योंकि इस दुनिया में पैसे के बिना कुछ भी संभव नहीं है, डोमेन और होस्टिंग खरीदने के लिए आपको मासिक या फिर वार्षिक शुल्क देना होता है। अगर आप खुद अपनी वेबसाइट डिजाइन नहीं कर सकते हैं तो इसके लिए आपको वेबसाइट डिजाइनर को हायर करना पड़ता है। उसे भी पैसे देने पड़ते हैं।
इसके अलावा अपनी वेबसाइट की मार्केटिंग के लिए भी आपको पैसा खर्च करना पड़ सकता है। मान लीजिए एक बार आपने डोमेन होस्टिंग खरीद ली और किसी डेवलपर से अपनी वेबसाइट भी बनवा ली, लेकिन अब आपको हर महीने या हर साल डोमेन और होस्टिंग रिन्यू करनी पड़ती है, अगर आपके पास अगली बार रिन्यू कराने के लिए पैसे नहीं है तो आपकी वेबसाइट में लगी हुई सारी मेहनत और पैसा बर्बाद हो जाएगा।
इसके अलावा अपनी वेबसाइट की मार्केटिंग के लिए भी आपको पैसा खर्च करना पड़ सकता है। मान लीजिए एक बार आपने डोमेन होस्टिंग खरीद ली और किसी डेवलपर से अपनी वेबसाइट भी बनवा ली, लेकिन अब आपको हर महीने या हर साल डोमेन और होस्टिंग रिन्यू करनी पड़ती है, अगर आपके पास अगली बार रिन्यू कराने के लिए पैसे नहीं है तो आपकी वेबसाइट में लगी हुई सारी मेहनत और पैसा बर्बाद हो जाएगा।
कानूनी लफड़े:
वेबसाइट बनाने से पहले आपने कुछ कानूनी आवश्यकताओं को भी ध्यान में रखना है। आपको यह सुनिश्चित कर लेना है कि आप जिस वेबसाइट को बना रहे हैं क्या वह किसी तरह से कानून का उल्लंघन तो नहीं कर रही है, अगर आपकी वेबसाइट यूजर का डाटा इकट्ठा कर रही है, तो आपको इसके लिए एक प्राइवेसी पॉलिसी पेज बनाना चाहिए साथ ही इसमें आपकी वेबसाइट के उपयोग की कुछ शर्ते भी बतानी चाहिए। जो आमतौर पर किसी भी वेबसाइट पर प्राइवेसी पॉलिसी पेज के तौर पर उपलब्ध होता है।
इसके अलावा आप यह भी सुनिश्चित करें कि आप किसी अन्य व्यक्ति के कॉपीराइट का उल्लंघन नहीं कर रहे हैं जैसे कि किसी की इमेज या फिर कंटेंट बिना अनुमति के उपयोग करना।
इसके अलावा आप यह भी सुनिश्चित करें कि आप किसी अन्य व्यक्ति के कॉपीराइट का उल्लंघन नहीं कर रहे हैं जैसे कि किसी की इमेज या फिर कंटेंट बिना अनुमति के उपयोग करना।
मोबाइल फ्रेंडली:
आजकल ज्यादातर लोग इंटरनेट का इस्तेमाल अपने मोबाइल फोन से ही करते हैं इसीलिए आपकी वेबसाइट मोबाइल फ्रेंडली होनी चाहिए, जो कि फोन में आसानी से खुल जाए और दिखने में बेहतर लगे। आपको यह सुनिश्चित करना अति आवश्यक है कि आप अपनी वेबसाइट के लिए जो थीम चुन रहे हैं वह रिस्पॉन्सिव हो, ताकि आपकी वेबसाइट किसी भी स्क्रीन साइज पर सही ढंग से दिखाई दे।
आज के डिजिटल जमाने में अपनी खुद की वेबसाइट बनाने के लिए मार्केट में बहुत सारे प्लेटफार्म उपलब्ध हैं। लेकिन गूगल का ब्लॉगर और वर्डप्रेस दो प्रमुख और लोकप्रिय विकल्प हैं, जिनकी मदद से आप अपनी वेबसाइट को बड़ी ही आसानी से ऑनलाइन प्रस्तुत कर सकते हैं। ब्लॉगर और वर्डप्रेस दोनों ही अपने आप में बेस्ट हैं लेकिन कुछ चीज ऐसी है जो इन दोनों के बीच जमीन आसमान का फर्क महसूस कराती है।
आइए अब हम ब्लॉगर और वर्डप्रेस के बीच विस्तार से तुलना करके समझते हैं कि ये प्लेटफार्म्स कैसे काम करते हैं और कौन-सा प्लेटफार्म आपके लिए बेहतर हो सकता है।
वेबसाइट बनाने के लोकप्रिय विकल्प:
आज के डिजिटल जमाने में अपनी खुद की वेबसाइट बनाने के लिए मार्केट में बहुत सारे प्लेटफार्म उपलब्ध हैं। लेकिन गूगल का ब्लॉगर और वर्डप्रेस दो प्रमुख और लोकप्रिय विकल्प हैं, जिनकी मदद से आप अपनी वेबसाइट को बड़ी ही आसानी से ऑनलाइन प्रस्तुत कर सकते हैं। ब्लॉगर और वर्डप्रेस दोनों ही अपने आप में बेस्ट हैं लेकिन कुछ चीज ऐसी है जो इन दोनों के बीच जमीन आसमान का फर्क महसूस कराती है।
आइए अब हम ब्लॉगर और वर्डप्रेस के बीच विस्तार से तुलना करके समझते हैं कि ये प्लेटफार्म्स कैसे काम करते हैं और कौन-सा प्लेटफार्म आपके लिए बेहतर हो सकता है।
ब्लॉगर:
ब्लॉगर एक फ्री ब्लॉगिंग प्लेटफार्म है, जिसे Google द्वारा संचालित किया जाता है। इसे विशेष रूप से उन लोगों के लिए डिज़ाइन किया गया है जो बिना तकनीकी जानकारी के ब्लॉग या वेबसाइट शुरू करना चाहते हैं। इसकी कुछ प्रमुख विशेषताएं निम्नलिखित हैं।
ब्लॉगर में अपनी वेबसाइट बनाना बहुत ही आसान है। इसके लिए आपको कोडिंग की कोई विशेष जानकारी होने की आवश्यकता नहीं है। इसका इंटरफेस बहुत ही साधारण है जिसे आसानी से समझा जा सकता है।
तेजी से शुरूआत:
ब्लॉगर पर अपनी वेबसाइट की शुरुआत आप बड़ी ही तेजी से कर सकते हैं। यहां पर आप कुछ ही मिनट में अपनी वेबसाइट तैयार कर सकते हैं। खास बात यह है कि इसके लिए आपको एक भी रुपया खर्च करने की आवश्यकता नहीं होती है।
सीमित कस्टमाइज़ेशन:
जैसा कि आप अब तक समझ चुके होंगे कि ब्लॉगर में वेबसाइट बनाना बहुत ही आसान है, शायद यही वजह है कि ब्लॉगर में आपको कस्टमाइजेशन के लिए बहुत कम विकल्प मिलते हैं, जिस वजह से आप अपनी वेबसाइट को मनचाहा लुक नहीं दे पाते हैं, हालांकि अगर आपको कोडिंग के बारे में जानकारी है तो आप ब्लॉगर पर भी अपनी वेबसाइट को मनचाहा लुक दे सकते हैं, इसके अलावा मार्केट में आजकल बहुत सारी ऐसी कंपनियां मौजूद है जो ब्लॉगर के लिए थीम बेचते हैं अगर आप चाहे तो कहीं से भी अपनी मनपसंद थीम खरीद कर ब्लॉगर में इंस्टॉल कर सकते हैं।
गूगल इंटीग्रेशन:
जैसा कि आपको पहले भी बता चुके हैं कि ब्लॉगर Google का एक हिस्सा है, इसलिए इसमें Google के अन्य प्रोडक्ट्स जैसे Google Analytics और Google AdSense के साथ इंटीग्रेशन का फायदा होता है। इसके जरिए आप आसानी से अपने ब्लॉग से पैसे भी कमा सकते हैं।
साधारण SEO फीचर्स: ब्लॉगर के अंदर आपको SEO के लिए काफी कम सेटिंग मिलती हैं, हालांकि आप चाहे तो अपने आर्टिकल के अंदर ही कुछ ऐसे कीवर्ड को शामिल कर सकते हैं। जिस वजह से वह गूगल में रैंक करने लग जाए, इसके अलावा ब्लॉगर के लिए ऑफ पेज SEO भी कारगर साबित हो सकता है।
साधारण SEO फीचर्स: ब्लॉगर के अंदर आपको SEO के लिए काफी कम सेटिंग मिलती हैं, हालांकि आप चाहे तो अपने आर्टिकल के अंदर ही कुछ ऐसे कीवर्ड को शामिल कर सकते हैं। जिस वजह से वह गूगल में रैंक करने लग जाए, इसके अलावा ब्लॉगर के लिए ऑफ पेज SEO भी कारगर साबित हो सकता है।
सीखने का जरिया:
अगर आप वेबसाइट बनाना सीखना चाहते हैं उसके बारे में अन्य जानकारी हासिल करना चाहते हैं तो इसके लिए ब्लॉगर से बेहतर ऑप्शन आपके लिए शायद ही कुछ और हो सकता है। आप ब्लॉगर में बिना एक रुपए लगाए बड़ी ही आसानी से वेबसाइट बनाना सीख सकते हैं।
वर्डप्रेस:
ब्लॉगर से बेशक वेबसाइट की शुरुआत फ्री में की जा सकती है लेकिन फिर भी लोगों के बीच वर्ल्डप्रेस सबसे लोकप्रिय वेबसाइट प्लेटफार्म बना हुआ है, वर्ल्डप्रेस में वेबसाइट बनाने के लिए आपको अच्छी खासी रकम खर्च तो करनी पड़ती है लेकिन इसके अंदर आपको बहुत सारे ऐसे ऑप्शन मिलते हैं। जिस वजह से आपको लगता है कि आपके पैसों का सही उपयोग हो रहा है, चलिए फिलहाल जान लेते हैं आखिर वर्डप्रेस के अंदर वह कौन सी खासियत मौजूद है जिसकी वजह से यह दुनिया भर के ब्लॉगर्स का पसंदीदा प्लेटफार्म बना हुआ है।
Flexible and powerful:
वर्डप्रेस एक ओपन-सोर्स प्लेटफॉर्म है, जो आपको अपनी वेबसाइट को पूरी तरह से कस्टमाइज़ करने की अनुमति देता है। वर्ल्डप्रेस में आप जैसी मर्जी वैसी वेबसाइट बना सकते हैं आपको रोकने टोकने वाला कोई नहीं है।
थीम और प्लगइन:
वर्डप्रेस में आपको हजारों फ्री, पेड थीम और प्लगइन प्रोवाइड करने वाली कंपनियां मिल जाते हैं, जिनका इस्तेमाल करके आप अपनी वेबसाइट को बेहद ही आकर्षक बना सकते हैं और प्लगइन का इस्तेमाल करके आप अपने काम को आसान भी बना सकते हैं।
SEO फ्रेंडली:
वर्डप्रेस एक SEO-फ्रेंडली प्लेटफार्म है, वर्डप्रेस में वेबसाइट को गूगल सर्च इंजन के लिए ऑप्टिमाइज करने के लिए आपको काफी ऑप्शन मिलते हैं। इसमें बहुत सारे ऐसे प्लगइन मौजूद हैं जो आपकी वेबसाइट को गूगल में रैंक करवाने में काफी मदद करते हैं। वर्ल्डप्रेस में yoast seo नाम का एक लोकप्रिय प्लगइन है जो आपको SEO सेटिंग्स को कस्टमाइज करने की सुविधा देते हैं।
वर्डप्रेस में आप अपनी वेबसाइट को मनचाहा लुक दे सकते हैं, इसीलिए वर्डप्रेस को सीखने में थोड़ा समय लग सकता है। अगर आप तकनीकी रूप से कम जानकार भी हैं तो कुछ समय निकालकर इसे आसानी से सीख सकते हैं।
कौन सा प्लेटफॉर्म आपके लिए बेहतर है?
अब तक आप ब्लॉगर और वर्ल्डप्रेस के बारे में काफी जानकारी हासिल कर चुके हैं, अब सवाल यह है कि आखिर अपनी वेबसाइट बनाने के लिए हमें कौन से प्लेटफार्म का इस्तेमाल करना चाहिए, आइये आपकी इस दुविधा को भी दूर कर देते हैं।
यदि आप फिलहाल अपनी ऑनलाइन जर्नी की शुरुआत कर रहे हैं और बिना किसी तकनीकी झंझट के अपनी वेबसाइट शुरू करना चाहते हैं तो ब्लॉगर आपके लिए बेस्ट ऑप्शन हो सकता है, क्योंकि यह फ्री, सरल और शुरुआत करने के लिए बहुत ही शानदार ऑप्शन है।
अगर आप अपनी वेबसाइट को अपना पसंदीदा लुक देना चाहते हैं और इसे जल्दी गूगल के सर्च रिजल्ट में लाना चाहते हैं और आपके पास बजट की कोई समस्या नहीं है तो आपके लिए वर्ल्डप्रेस बेस्ट ऑप्शन है। लेकिन इस बात का विशेष ध्यान रखें की आपका चुनाव आपकी आवश्यकताओं, बजट और तकनीकी कौशल के अनुसार ही होना चाहिए। ब्लॉगर और वर्डप्रेस दोनों ही अपनी-अपनी जगह पर बेहतरीन प्लेटफार्म हैं, आप दोनों में से किसी को भी चुन सकते हैं।
यदि आप फिलहाल अपनी ऑनलाइन जर्नी की शुरुआत कर रहे हैं और बिना किसी तकनीकी झंझट के अपनी वेबसाइट शुरू करना चाहते हैं तो ब्लॉगर आपके लिए बेस्ट ऑप्शन हो सकता है, क्योंकि यह फ्री, सरल और शुरुआत करने के लिए बहुत ही शानदार ऑप्शन है।
अगर आप अपनी वेबसाइट को अपना पसंदीदा लुक देना चाहते हैं और इसे जल्दी गूगल के सर्च रिजल्ट में लाना चाहते हैं और आपके पास बजट की कोई समस्या नहीं है तो आपके लिए वर्ल्डप्रेस बेस्ट ऑप्शन है। लेकिन इस बात का विशेष ध्यान रखें की आपका चुनाव आपकी आवश्यकताओं, बजट और तकनीकी कौशल के अनुसार ही होना चाहिए। ब्लॉगर और वर्डप्रेस दोनों ही अपनी-अपनी जगह पर बेहतरीन प्लेटफार्म हैं, आप दोनों में से किसी को भी चुन सकते हैं।
निष्कर्ष:
उम्मीद करता हूं अब तक आप भली-भांति समझ गए होंगे कि एक वेबसाइट शुरू करने से पहले आपको किन-किन चीजों का विशेष ध्यान रखना है, अगर आप भी ब्लॉगर प्लेटफार्म का इस्तेमाल करके फ्री में अपनी ऑनलाइन जर्नी शुरू करना चाहते हैं, अपनी वेबसाइट के माध्यम से अपनी आवाज, अपने विचारों को दुनिया तक पहुंचाना चाहते हैं, तो यहां पर क्लिक करके आप ब्लॉगर पर अपनी वेबसाइट बनाना सीख सकते हैं, इस लेख में हमने बड़े ही साधारण शब्दों में आपको ब्लॉगर प्लेटफार्म पर वेबसाइट बनाना सिखाया है।FAQ अक्सर पूछे जाने वाले सवाल:
सवाल: वेबसाइट बनाने के लिए किन चीजों की जरूरत पड़ती है ?
जवाब: वेबसाइट बनाने के लिए डोमेन नेम, होस्टिंग और ब्लॉगर या वर्ल्ड प्रेस जैसे किसी वेबसाइ बिल्डर प्लेटफार्म की जरूरत पड़ती है।
सवाल: मुझे कौन सा वेबसाइट बिल्डर चुनना चाहिए?
जवाब: अगर आप फ्री में वेबसाइट शुरू करना चाहते हैं तो ब्लॉगर आपके लिए बेस्ट रहेगा, नहीं तो आप वर्ल्ड प्रेस का इस्तेमाल कर सकते हैं जिसमें बहुत सारे एडवांस्ड फीचर मिलते है।
सवाल: मुझे किस प्रकार का डोमेन नाम चुनना चाहिए?
जवाब: भारत में .com और .in लोकप्रिय डोमेन एक्सटेंशन है, हालांकि इसके अलावा और भी बहुत सारे विकल्प मौजूद हैं।
सवाल: मुझे किस प्रकार का होस्टिंग चुनना चाहिए?
जवाब: यह आपकी जरूरत पर निर्भर करता है, आप शेयर होस्टिंग, VPS होस्टिंग या समर्पित सर्वर चुन सकते हैं।
सवाल: वेबसाइट बनाने में कितना खर्च आएगा?
जवाब: ब्लॉगर में आप फ्री में वेबसाइट बना सकते हैं लेकिन अगर आप अपनी वेबसाइट को आधुनिक तरीके से डिजाइन करना चाहते हैं तो ये डोमेन नेम, होस्टिंग, वेबसाइट बिल्डर और अन्य सेवाओं पर निर्भर करती है जो कुछ सौ रुपये से लेकर हजारों रुपये तक हो सकती है।