विराम चिह्न लेखन के अस्त्र होते हैं, जो हमारे विचारों को सुव्यवस्थित और अर्थपूर्ण ढंग से व्यक्त करने में मदद करते हैं। ये छोटे-छोटे चिह्न होते है जो हमारे वाक्यों को स्पष्टता प्रदान करते हैं। अगर हम अपने वाक्यों में विराम चिह्नों का उपयोग न करें तो हमारे विचार एक दूसरे में उलझे रहेंगे और पाठक को समझने में बहुत मुश्किल होगी। विराम चिह्न हमें यह बताते हैं कि कहाँ रुकना है, कहाँ जोर देना है और कहाँ एक नया विचार शुरू करना है। जैसे यात्रा में थकान होने पर हम रुकते हैं, वैसे ही लिखने में भी एक ठहराव की आवश्यकता होती है। यह ठहराव "विराम" कहलाता है।
विराम चिह्न का उचित उदाहरण:
राजा के महल से एक सेवादार चोरी करके भाग गया, जानकारी मिलते ही राजा ने अपनी प्रजा को आदेश देते हुए रातों-रात पूरे राज्य में पोस्टर छपवा दिए, जिसमें उस चोर सेवादार की फोटो के नीचे लिखा था रोको मत जाने दो। लेकिन राजा जल्दी बाजी में इस वाक्य में अल्पविराम यानी कौमा लगाना भूल गया, जिस वजह से लोगों के समझ में ही नहीं आया कि आखिर राजा कहना क्या चाहता है।
राजा की इसी गलती का फायदा उठाते हुए चोर आगे निकलता रहा और पोस्टर में रोको मत के बाद अल्पविराम लगाता रहा, जिसके बाद इस वाक्य का मतलब बन गया रोको मत, जाने दो, इसके बाद चोर बड़ी ही आसानी से राज्य से बाहर निकल गया क्योंकि पोस्टर में लिखे वाक्य के अनुसार राजा ने अपनी प्रजा को आदेश दिया था कि इस आदमी को रोको मत, जाने दो।
जबकि यहां पर राजा का मतलब यह था कि इस आदमी को रोको, मत जाने दो। लेकिन राजा ने इस वाक्य में अल्पविराम का प्रयोग नहीं करने से लोग इस वाक्य का अर्थ नहीं समझ पाए और चोर ने गलत जगह अल्पविराम लगाकर इस वाक्य का पूरा मतलब ही बदल दिया। यह छोटी सी कहानी आपको इतना समझाने के लिए काफी है कि विराम चिन्ह का सही उपयोग कितना महत्वपूर्ण है।
विराम चिन्हों की कुल संख्या कितनी है?
श्री कामता प्रसाद गुरु जी के अनुसार हिंदी में विराम चिन्हों की संख्या 20 है इसमें पूर्ण विराम को छोड़कर बाकी सभी विराम चिह्न अंग्रेजी भाषा से आए हैं, आइये अब इनमे से कुछ मुख्य विराम चिन्हो को विस्तार से समझते हैं।
विराम चिन्ह में कितने प्रकार के होते हैं?
अल्पविराम (Comma) (,)
यह तब लगाया जाता है जब थोड़ी देर रुकने की आवश्यकता हो।
उदाहरण:
मेरे पास पेन, किताब, और नोटबुक है।
माँ, पिताजी और भाई सब घर पर हैं।
मैंने सविता, नीरज और राजेश को बुलाया है।
हमें सेब, केले, और आम खरीदने हैं।
घर में दादी, चाचा, और भैया सब मिलकर रहते हैं।
अर्धविराम (Semicolon) (;)
यह अल्पविराम से थोड़ा अधिक ठहराव देने के लिए उपयोग होता है।
उदाहरण:
मुझे खाना पसंद है; लेकिन मिठाई ज्यादा पसंद है।
रवि ने मेहनत की; उसकी मेहनत रंग लाई।
उसके पास पैसे थे; फिर भी उसने खर्च नहीं किया।
यात्रा लंबी थी; लेकिन मजेदार भी थी।
मैं वहां जाना चाहता था; पर समय नहीं था।
पूर्णविराम (Period)(।)
वाक्य के अंत में पूर्णविराम लगाया जाता है। यह वाक्य के समाप्त होने का संकेत देता है।
उदाहरण:
यह एक सुन्दर फूल है।
राम स्कूल जा रहा है।
मैंने अपना काम पूरा कर लिया है।
बच्चों ने खेलना शुरू कर दिया।
हमें रोज़ योग करना चाहिए।
उप विराम (Colon) [:]
जब किसी शब्द को अलग दर्शाया जाता है तो वह पर उप विराम चिन्ह लगाया जाता है अथार्त जहाँ पर किसी वस्तु या विषय के बारे में बताया जाए तो वहां पर उप विराम चिन्ह का प्रयोग किया जाता है।
उदाहरण:
कृष्ण के अनेक नाम : मोहन, श्याम, मुरली, कान्हा।
कश्मीर :ए ट्रेजडी ऑफ एरर्स।
विज्ञान : अभिशाप या वरदान।
प्रदूषण : एक अभिशाप।
स्वास्थ्य समस्याएं: श्वसन रोग, कैंसर, हृदय रोग आदि।
प्रश्नवाचक (Question Mark) (?)
यह वाक्य के अंत में प्रश्न के संकेत के लिए प्रयोग होता है।
उदाहरण:
क्या आप वहां जा रहे हैं?
यह काम कब तक पूरा होगा?
तुम्हारा नाम क्या है?
तुमने भोजन किया?
कौन-सा रंग तुम्हें पसंद है?
विस्मयादिबोधक (Exclamation) (!)
आश्चर्य, हर्ष, विषाद, करुणा जैसे भाव प्रकट करने के लिए विस्मयादिबोधक का प्रयोग किया जाता है।
उदाहरण:
वाह! क्या शानदार दृश्य है!
अरे! तुम यहाँ कैसे?
कितना प्यारा बच्चा है!
बचो! गाड़ी आ रही है।
कितना मजेदार खेल है!
अवतरण चिह्न या उद्धरण चिह्न (inverted comma) (" ")
किसी की कही हुई बात को उसी तरह प्रकट करने के लिए उद्धरण चिन्ह का प्रयोग किया जाता है।
उदाहरण:
माँ ने कहा, "अपना ध्यान रखना।"
शिक्षक ने कहा, "समय पर काम पूरा करो।"
उसने बोला, "यह तुम्हारी गलती नहीं है।"
पिता ने कहा, "हम जल्द ही बाहर जाएंगे।"
महात्मा गांधी ने कहा था, “सत्य ही ईश्वर है।”
कोष्ठक (Brackets) (())
किसी शब्द को स्पष्ट करने या फिर अतिरिक्त जानकारी या टिप्पणी के लिए कोष्ठक का प्रयोग होता है।
उदाहरण:
मुझे फिल्में देखना पसंद है (खासकर हिंदी फिल्में)।
राजेश (जो एक डॉक्टर है) ने मेरी मदद की।
यह पुस्तक (जो बहुत मशहूर है) मुझे पढ़नी है।
राम ने सोचा (शायद गलती से) कि वह समय पर पहुँच जाएगा।
वह स्थान (जो समुद्र के पास है) बहुत सुंदर है।
रेखांकन चिन्ह (Underlining)(_)
किसी विशेष शब्द पर बल देने के लिए इसे रेखांकित किया जाता है। ताकि पाठक उस शब्द के महत्व को समझ सके।
उदाहरण:
किताब में कई रोचक कहानियाँ हैं।
मैं कल ही तुम्हें मिलूंगा।
मुझे लाल रंग बहुत पसंद है।
यह बहुत महत्वपूर्ण है।
राम ने यह काम किया।
पदलोप चिन्ह (Omission)(...)
जब वाक्य का कुछ हिस्सा छोड़ना हो तो पदलोप चिन्ह का प्रयोग किया जाता है।
उदाहरण:
राम ने कहा... और सब चुप हो गए।
एक बार की बात है, एक राजकुमार था... वह बहुत ही सुंदर था।
मुझे लगता है कि... मुझे नहीं पता क्या कहूँ।
मुझे फल, सब्जियां, दही... और बहुत कुछ चाहिए।
शायद कल... या परसों मैं आऊँगा।
पुनरुक्ति सूचक चिन्ह (repetition symbol) (,,)
जब किसी वाक्य को दोबारा लिखने से बचने के लिए किस से अन्य का प्रयोग किया जाता है,जिसका प्रयोग हाथ से लिखे जाने पर किया जाता है।जब ऊपरलाइन मेंएक शब्द के नीचेदोबारा वही शब्द लिखना पड़ता है तो वहां पर पुनरुक्ति सूचक चिन्ह का प्रयोग किया जाता है।
उदाहरण:
दिनेश अग्रवाल
मनोज ,,
सतीश ,,
कमल ,,
कन्हैया ,,
जैसे ऊपर उदाहरण मेंसभी नाम के पीछे अग्रवाल लिखना है तो यहां पर हमने पुनरुक्ति सूचक चिन्ह का इस्तेमाल किया है।
योजक चिह्न (Hyphen) (-)
इस चिन्ह का प्रयोग दो शब्दों को जोड़ने या फिर दो शब्दों के बीच में संबंध दर्शाने के लिए किया जाता है।
उदाहरण:
राम-लक्ष्मण (राम और लक्ष्मण दोनों भाई) .
माता-पिता (माँ और पिता दोनों का संयुक्त रूप)
गुरु-शिष्य (गुरु और शिष्य के बीच का संबंध)
डॉक्टर-मरीज (डॉक्टर और मरीज के बीच का संबंध)
पूर्व-पश्चिम (पूर्व और पश्चिम दिशा को संक्षेप में दर्शाने के लिए)
लाघव चिह्न (Abbreviation sign) (o)
लाघव चिह्न का उपयोग किसी शब्द या वाक्यांश को संक्षिप्त रूप में लिखने के लिए किया जाता है। इसे अक्सर एक बिंदु के रूप में दर्शाया जाता है। यह किसी शब्द या वाक्यांश के पहले या बाद में लगाया जाता है।
उदाहरण:
डॉ. (डॉक्टर)
श्री. (श्रीमान)
उ.प्र. (उत्तर प्रदेश)
कि.मी. (किलोमीटर)
आर.बी.आई. (भारतीय रिजर्व बैंक)
विवरण चिन्ह (Sign of following) (:-)
विवरण चिह्न का उपयोग किसी वाक्य में दी गई जानकारी को विस्तार से बताने या स्पष्ट करने के लिए किया जाता है। यह एक प्रकार का विराम चिह्न है जो हमें बताता है कि आगे आने वाले शब्द या वाक्य पहले वाले वाक्य से जुड़े हुए हैं और उसे और स्पष्ट करते हैं।
उदाहरण:
हमें बाजार से ये चीजें लानी हैं :-
इस पुस्तक में निम्नलिखित अध्याय हैं :-
आम के फायदे:-
संज्ञा के भेद :-
मेरा पसंदीदा रंग :-
विस्मरण चिन्ह या त्रुटिपूरक चिन्ह (Oblivion Sign) (^)
त्रुटिपूर्ण चिह्न का उपयोग किसी लिखे हुए वाक्य में बाद में कोई शब्द या अक्षर जोड़ने के लिए किया जाता है। इस चिह्न का उपयोग अक्सर हाथ से लिखे जाने पर किया जाता है, अगर लिखते समय आप कहीं पर कोई शब्द भूल जाते हैं या फिर किसी जगह पर कुछ और शब्द जोड़ना चाहते हैं तो वहां पर त्रुटिपूरक चिह्न का उपयोग किया जाता है, इस चिह्न का उपयोग करने के बाद आप उस जगह पर लिखे जाने वाले शब्द को उसके ऊपर लाइन से हटकर अलग लिख सकते हैं।
उदाहरण:
राम कल ^ जाएगा। (यहां 'दिल्ली' शब्द छूट गया है)
उसने किताब ^ पढ़ी। (यहां 'नहीं' शब्द जोड़ने की जरूरत है)
मैं दिन भर ^ इंतजार कर रहा था। (यहां पर ‘आपका’ शब्द छूट गया था)
अग्रवाल सर ^ अच्छा पढ़ाते हैं (यहां पर ‘बहुत’ शब्द जोड़ना है)
मुझे आपसे कुछ ^ बात करनी है। (यहां पर ‘महत्वपूर्ण’ शब्द जोड़ना है)
उपरोक्त उदाहरण में जहां पर भी त्रुटिपूरक चिन्ह लगा है आप उसके ऊपर छूटे हुए शब्द को लिख सकते हैं यह चिन्ह हाथ से लिखते समय काम आता है।
तुल्यता सूचक चिन्ह ( = )
तुल्यता सूचक चिह्न का उपयोग दो शब्दों या वाक्यांशों के बीच समानता या तुलना दिखाने के लिए किया जाता है।
उदाहरण:
5 सेन्टीमीटर = 0.05 मीटर
1 घंटा = 60 मिनट
क्षेत्रफल = लंबाई × चौड़ाई
2 + 2 = 4 (दो और दो चार के बराबर है)
x = y (x और y बराबर हैं)
निष्कर्ष:
इसके अलावा कुछ और भी विराम चिन्ह होते हैं जैसे दीर्घ उच्चारण चिन्ह, निर्देशक चिन्ह इत्यादि। जिनका उपयोग बहुत काम किया जाता है। फिलहाल आप इन सभी विराम चिन्हो के बारे मेंगहराई से अध्ययन कर लीजिए, अक्सर प्रतियोगी परीक्षाओं में इनसे संबंधित सवाल आते रहते हैं।