फ्रीलांसिंग के फील्ड में पिछले कुछ सालों से बड़ी तेजी से विकास हुआ है। इंटरनेट और दिन प्रतिदिन आ रही नई टेक्नोलॉजी ने फ्रीलांसिंग को एक लोकप्रिय करियर ऑप्शन बना दिया है। फ्रीलांसर को दुनिया भर में कहीं से भी और कभी भी अपनी पसंद के अनुसार काम करने की आजादी मिलती है। जिस वजह से वर्तमान समय में ज्यादातर युवा फ्रीलांसिंग की तरफ अपना कदम बढ़ा रहे हैं।
लेकिन मार्केट में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उभरने के बाद फ्रीलांसिंग के भविष्य को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। AI लगातार विकसित हो रहा है और कई कामों को करने में सक्षम है जो फ्रीलांसरों के लिए वास्तव में एक चिंता का विषय बना हुआ है। AI से फ्रीलांसिंग पर क्या प्रभाव पड़ेगा, यह जानने के लिए हमें AI और फ्रीलांसिंग दोनों के बारे में विस्तार से समझने की आवश्यकता है।
AI के लगातार विकास की वजह से फ्रीलांसिंग के क्षेत्र में कई बदलाव आ सकते हैं। कुछ बदलाव सकारात्मक हो सकते हैं तो कुछ बदलाव नकारात्मक भी हो सकते हैं। इस लेख में हम इस विषय पर चर्चा करेंगे कि क्या AI फ्रीलांसिंग को पूरी तरह से खत्म कर देगा या फिर इसका फ्रीलांसिंग पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। आइए विस्तार से समझते हैं।
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फ्रीलांसिंग पर AI का सकारात्मक प्रभाव:
इसमें कोई शक नहीं है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने दुनिया को बदलने का काम किया है और अब यह फ्रीलांसिंग को भी नई ऊंचाइयों पर पहुंचा रहा है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस न सिर्फ फ्रीलांसिंग को बदल रहा है बल्कि इसे और रोमांचक, लाभदायक और आसान बना रहा है। आइए जानते हैं कि आखिर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का फ्रीलांसिंग पर क्या सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
1. नई नौकरियों:
AI ने फ्रीलांसिंग के फील्ड में बहुत सारी नई नौकरियों के अवसर प्रदान किए हैं। AI टूल्स और प्लेटफॉर्म के विकास के लिए डेटा साइंटिस्ट्स, मशीन लर्निंग इंजीनियर, AI ट्रेनर्स और कई अन्य तरह के फ्रीलांसर्स की मांग लगातार बढ़ रही है। बहुत सारे लोगों को यह लगता है कि AI सारा काम खुद कर लेता है लेकिन यहां पर इस बात को ध्यान में रखने की जरूरत है कि AI से सही काम करवाने के लिए किसी एक्सपर्ट की जरूरत होती है।
2. कार्यकुशलता में बढ़ोतरी:
AI टूल्स फ्रीलांसर्स को अपने काम को अधिक कुशलता से करने में मदद करते हैं। उदाहरण के लिए, एक AI-संचालित लेखन टूल एक लेखक को लेख लिखने में मदद कर सकता है, एक ग्राफिक डिजाइनर को डिजाइन बनाने में मदद कर सकता है और एक प्रोग्रामर को कोड लिखने में मदद कर सकता है। AI के सहयोग से फ्रीलांसर्स का काम बहुत जल्दी हो जाता है जिस वजह से उन्हें और अधिक चीजों को एक्सप्लोर करने का, सीखने का मौका मिलता है जिससे उनके कार्यकुशलता में वृद्धि होती है।
3. सीखने के अवसर:
AI के विकास के साथ ही फ्रीलांसर्स को नई-नई चीज़ें सीखने का मौका मिलता है, जैसा कि आप सभी लोग जानते हैं वर्तमान समय में AI के क्षेत्र में लगातार नए-नए विकास हो रहे हैं, जिससे फ्रीलांसर्स को अपने आपको अपडेट रखने और नए स्किल्स सीखने की आवश्यकता होती है। इससे फ्रीलांसर्स की कमाई में बढ़ोतरी तो होती ही है साथ ही उनका व्यक्तिगत विकास भी होता है और उन्हें लगातार एक से बढ़कर एक शानदार अनुभव प्राप्त होते रहते हैं।
4. Global Reach:
AI ने फ्रीलांसर्स को दुनिया भर के ग्राहकों तक पहुंचने में मदद की है। जब AI की मदद से कोई भी फ्रीलांसर एक बड़े बाजार तक पहुंच बना लेता है तो फिर उसके पास काम की कोई कमी नहीं रह जाती है साथ ही उसकी कमाई में भी जबरदस्त उछाल देखने को मिलता है।
5. क्रिएटिविटी दिखाने का मौका:
AI की मदद से किसी भी फ्रीलांसर को अपनी क्रिएटिविटी को और अधिक आकर्षक तरीके से पेश करने का मौका मिलता है क्योंकि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिर्फ आपके काम को सरल ही नहीं बनता है बल्कि कई बार आपको एक से बढ़कर एक बेहतरीन आइडिया भी देता है जिसकी मदद से फ्रीलांसर अपने क्रिएटिविटी को नेक्स्ट लेवल तक पहुंचा सकते हैं। वैसे वर्तमान शायद में शायद ही कोई ऐसा फ्रीलांसर होगा जो किसी ने किसी रूप में AI का इस्तेमाल नहीं कर रहा होगा।
फ्रीलांसिंग पर AI का नकारात्मक प्रभाव:
एक तरफ AI ने फ्रीलांसर के लिए अपनी क्रिएटिविटी को बढ़ाने और काम को आसान बनाने के लिए सुनहरे दरवाजे खोले हैं तो दूसरी तरफ AI ने फ्रीलांसर के लिए कई चुनौतियां भी पैदा कर दी हैं। आइए जानते हैं आखिर फ्रीलांसिंग पर AI का क्या नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
कम लागत पर काम:
मार्केट में AI टूल के बढ़ते प्रभाव के साथ ही कंपनियों के लिए कम लागत में अपना काम करवाना संभव हो गया है जिसका सीधा असर फ्रीलांसर पर पड़ रहा है क्योंकि कंपनियां पहले किसी काम के लिए बहुत अच्छा भुगतान करती थी लेकिन अब वह समझ चुकी है कि इस काम को AI की मदद से बहुत ही आसानी से किया जा सकता है। इसीलिए कंपनियां फ्रीलांसर को कम पैसे लेने पर मजबूर कर सकती हैं। इसके अलावा मार्केट में फ्रीलांसर के बीच बढ़ते कंपटीशन की वजह से भी पहले के मुताबिक काम की कीमत कम हो सकती है।
नौकरियों पर खतरा:
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की क्षमताएं लगातार तेजी से बढ़ रही हैं। जिस काम को पहले केवल मनुष्य कर सकता था अब उस काम को AI के माध्यम से आसानी से किया जा सकता है या फिर जिस काम को करने के लिए पहले 10 लोगों की आवश्यकता होती थी अब उस काम को AI की मदद से कोई एक व्यक्ति बड़ी ही आसानी से कर सकता है। इसका मतलब यह है कि AI की वजह से भविष्य में बहुत से फ्रीलांसर को काम लेने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
नए स्किल सीखने की जरूरत:
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के विकास के साथ फ्रीलांसिंग के फील्ड में आए दिन नए-नए स्किल की मांग बढ़ रही है। ऐसे में जो फ्रीलांसर खुद को अपडेट रखने में या फिर नए-नए स्किल अडॉप्ट करने में सक्षम नहीं होंगे, उन्हें धीरे-धीरे काम मिलना बंद हो सकता है। इसीलिए मार्केट में बने रहने के लिए हर फ्रीलांसर को निरंतर सीखने की आवश्यकता है।
निष्कर्ष:
अभी फिलहाल पूरी तरह से यह कहना जल्दबाजी होगी कि AI की वजह से फ्रीलांसिंग पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा या फिर सकारात्मक, लेकिन इतना जरूर कहा जा सकता है कि AI के विकास के साथ फ्रीलांसिंग का भविष्य बहुत रोचक है। इसमें कोई शक नहीं है कि AI फ्रीलांसर्स को कई नए अवसर प्रदान करेगा, लेकिन साथ ही कुछ चुनौतियां भी पैदा करेगा।
फ्रीलांसर्स को AI टूल्स का उपयोग करना सीखना होगा और अपने कौशल को लगातार अपडेट करते रहना होगा। लेकिन फिलहाल इस बात की कोई संभावना नजर नहीं आ रही है कि AI आने वाले समय में फ्रीलांसिंग को पूरी तरह से खत्म कर देगा। लेकिन इतना साफ है कि कोई भी फ्रीलांसर AI का इस्तेमाल करके अपनी क्रिएटिविटी को और अधिक प्रभावी तरीके से पेश कर सकता है।
अगर आपको मालूम नहीं है कि फ्रीलांसिंग क्या है और यह कैसे काम करता है तो यहां पर क्लिक करके समझ लीजिए इस लेख में आपको आसान शब्दों में फ्रीलांसिंग के बारे में विस्तार से बताया है।