अगर आप एक बार सफल फ्रीलांसर बन जाते हैं, तो फिर आपकी जिंदगी पूरी तरह से रंगीन हो जाती है। आप अपनी जिंदगी अपनी मर्जी से पूरी स्वतंत्रता के साथ जी सकते हैं। आप खुद के बॉस हैं, जब मर्जी काम कर सकते हैं और जब मर्जी आराम फरमा सकते हैं।
Time Management Skills
जैसा कि आपको पहले ही बता चुके हैं, कि फ्रीलांसिंग के काम में आपको कोई काम करवाने वाला नहीं है, आपको खुद ही अपना काम करना पड़ता है। ऐसे में कई बार फ्रीलांसर अपने काम को समय पर पूरा नहीं कर पाते हैं, जिस वजह से क्लाइंट्स के साथ उसके संबंध बिगड़ने लगते हैं।
यह अपनी मर्जी का काम होता है, ज्यादातर लोग इसे अपने घर पर ही रहकर करते हैं। ऐसे में वह फ्रीलांसिंग के काम के साथ-साथ घर के काम में भी इंवॉल्व रहते हैं, जिस वजह से वह कई बार अपने क्लाइंट के काम को बीच में रोक कर घर का काम करने लग जाते हैं।
इसीलिए प्रत्येक फ्रीलांसर को अपना समय का प्रबंधन करके चलना पड़ता है। अगर किसी भी फ्रीलांसर के अंदर टाइम मैनेजमेंट स्किल है, तो फिर उसे इस फील्ड में सफल होने से कोई नहीं रोक सकता है।
Communication Skills
फ्रीलांसिंग के काम में कम्युनिकेशन स्किल का भी बहुत बड़ा महत्व है, क्योंकि सभी फ्रीलांसरों का काम ज्यादातर ऑनलाइन ही होता है, जिस वजह से उन्हें अपने क्लाइंट के साथ अक्सर वार्तालाप करनी पड़ती है। ऐसे में किसी भी फ्रीलांसर के अंदर स्पष्ट और प्रभावी तरीके से बात करने का हुनर होना चाहिए।
अगर आप अपने क्लाइंट को काम के बारे में सही से समझा पाते हैं, तो आपको काम मिलने के चांस बहुत ज्यादा बढ़ जाते हैं। जब भी कोई क्लाइंट आपसे कोई काम करवाता है, तो वह अपनी पसंद का काम चाहता है। ऐसे में उसकी पसंद क्या है, वह क्या करवाना चाहता है, क्या नहीं करवाना चाहता है, इस बारे में क्लाइंट से विस्तारपूर्वक पूछना बहुत जरूरी है। इसीलिए किसी भी फ्रीलांसर के अंदर मजबूत कम्युनिकेशन स्किल का होना बेहद आवश्यक है।
Self-Motivation
फ्रीलांसिंग के काम में सबसे बड़ी चुनौती यह है, कि आपको काम करने के लिए खुद प्रेरित होना पड़ता है। इस काम में आपका कोई बॉस नहीं होता है, जो आपसे काम करवाए और ना ही आपके पास ऑफिस आने और जाने की टाइमिंग होती है। ऐसे में सेल्फ मोटिवेशन का होना बेहद आवश्यक है।
रोज सुबह खुद को काम के प्रति प्रेरित करना और अपने सपनों को साकार करने की दिशा में काम करना, बिना मोटिवेशन के काफी मुश्किल हो जाता है। हालांकि, सेल्फ मोटिवेशन का मतलब यह नहीं है कि आप हमेशा कड़ी मेहनत करते रहें, बल्कि इसका मतलब है,कि आप अपने समय और ऊर्जा का सही इस्तेमाल करें, ताकि आप अपने काम को संतुलित रख सकें और अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकें। अगर एक फ्रीलांसर के तौर पर आप खुद मोटिवेट रह सकते हैं, तो फिर इस क्षेत्र में आप बहुत कम समय में सफलता हासिल कर सकते हैं।
Self-Motivation
फ्रीलांसिंग के काम में अक्सर कुछ न कुछ समस्याएं आती रहती हैं, जैसे क्लाइंट की उम्मीदों को समझना, तकनीकी समस्याओं का सामना करना या समय पर प्रोजेक्ट पूरा ना कर पाना। ऐसे में किसी भी फ्रीलांसर के अंदर समस्या-समाधान करने की क्षमता होना अत्यंत आवश्यक है।
अगर आप अपनी समस्या का समाधान समय पर प्रभावी तरीके से नहीं कर पाते हैं, तो फिर आपको इस क्षेत्र में आगे बढ़ने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। जब आप समस्याओं को सुलझाने में निपुण होते हैं, तो आप अपने क्लाइंट्स के लिए मूल्यवान बन जाते हैं, क्योंकि वे जानते हैं कि आप किसी भी समस्या का सामना कर सकते हैं। जिस वजह से क्लाइंट आप से मजबूती के साथ जुड़ जाते हैं, और आपको निरंतर काम देते रहते हैं।
Networking`
नेटवर्किंग का इस्तेमाल करके कोई भी फ्रीलांसर अपने काम को नेक्स्ट लेवल तक ले जा सकता है, क्योंकि नेटवर्किंग के माध्यम से आप नए क्लाइंट्स को और नए प्रोजेक्ट को ढूंढ सकते हैं। फ्रीलांसिंग में काम पाने के लिए आपकी ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों में मजबूत पकड़ होना बहुत मायने रखती है।
ऑनलाइन की बात करें तो आप फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब, ट्विटर, लिंक्डइन जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करके अपने काम को लोगों के सामने प्रस्तुत कर सकते हैं, जिससे आपसे नए लोग जुड़ेंगे।आपके स्किल्स के बारे में जानेंगे, समझेंगे जिससे आपके पास काम करवाने के लिए नए-नए लोग आएंगे और आपके पास काम की कोई कमी नहीं रहेगी।
अगर आप एक फ्रीलांसर के रूप में नेटवर्किंग का इस्तेमाल करना सही से समझ गए तो, फिर आप इस क्षेत्र में सफलता हासिल कर सकते हैं।
Financial Management Skills
एक फ्रीलांसर के रूप में आपकी इनकम नियमित नहीं होती है। आप किसी महीने लाखों रुपए कमा लेते हैं, तो किसी महीने कुछ हजारों में ही अटक जाते हैं। जिस वजह से आपको अपनी कमाई और खर्च का ध्यान रखना पड़ता है। अगर आप फ्रीलांसिंग का काम करते हुए बचत या फिर निवेश करना नहीं सीखे तो आपको कभी भी आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
इसके अलावा, आपके अंदर अपने काम की कीमत को सही तरीके से निर्धारित करने का कौशल भी होना चाहिए, ताकि आप अपने काम का उचित मूल्य प्राप्त कर सकें। अगर एक फ्रीलांसर होने के साथ-साथ आप फाइनेंशियल मैनेजमेंट स्किल भी सीख जाते हैं, तो फिर आप फ्रीलांसिंग के क्षेत्र में बहुत आगे निकल सकते हैं, क्योंकि फाइनेंशियल मैनेजमेंट आपको आर्थिक स्थिरता और मानसिक शांति दोनों प्रदान करता है।
Technical Skills
इसमें कोई शक नहीं है कि किसी भी फ्रीलांसर के अंदर टेक्निकल स्किल्स का मजबूत होना बहुत जरूरी है। आपको उन सभी तकनीकों के बारे में जानकारी होनी चाहिए जो आपके काम को आसान बना सकते हैं और आपको कंपटीटर से आगे रख सकते हैं। चाहे वह वेबसाइट डिज़ाइन हो, वीडियो एडिटिंग, ग्राफिक डिज़ाइन या कंटेंट मैनेजमेंट हो, आपको इन तकनीकों को सीखना होगा।
इसके अलावा, आजकल मार्केट में कई ऐसे डिजिटल टूल्स का इस्तेमाल किया जा रहा है, जो आपके काम को पूरी तरह से ऑर्गेनाइज कर सकते हैं और उसे शेड्यूल कर सकते हैं। अगर किसी भी फ्रीलांसर के अंदर मजबूत टेक्निकल स्किल है तो फिर वह न केवल अपने काम को तेजी से कर सकता है, बल्कि अपने क्लाइंट को हाई क्वालिटी सर्विस प्रोवाइड भी कर सकता है।
Discipline and patience
फ्रीलांसिंग के काम में अनुशासन और धैर्य का एक बहुत बड़ा रोल होता है। क्योंकि आप अपना काम खुद करते हैं और काम के प्रबंधन की जिम्मेदारी भी आपकी खुद होती है। इसीलिए अनुशासन बनाए रखना बहुत ज्यादा जरूरी है। आपको समय पर अपना काम पूरा करना है, क्लाइंट की अपेक्षाओं और आवश्यकताओं को पूरा करना है, और साथ ही अपने व्यक्तिगत जीवन को भी संतुलित रखना है।
इसके अलावा, फ्रीलांसिंग के काम में धैर्य का भी बहुत महत्व है, क्योंकि फ्रीलांसिंग के काम में कभी ऐसा भी हो सकता है, कि आपको काम नहीं मिल रहा है। ऐसे में आपको धैर्य रखने की जरूरत होती है, और लगातार प्रयास करते रहना होता है क्योंकि सफलता कभी भी रातों-रात नहीं मिलती है। इसके लिए आपको निरंतर प्रयास करना पड़ता है।
Marketing Skills
फ्रीलांसिंग के काम में सफलता हासिल करने के लिए आपको अपने काम को सही ढंग से मार्केट करना भी आना चाहिए। मार्केटिंग स्किल का मतलब यह है कि आप अपने क्लाइंट को यह दिखा सकें कि आप में और फ्रीलांसरों से क्या अलग है, आप उनके लिए क्यों खास हैं, आखिर आपके अंदर ऐसी क्या बात है कि वे आपको चुनें।
इसके लिए आपको अपने काम को सही तरीके से प्रस्तुत करना आना चाहिए और अपने काम को सही तरीके से प्रचारित करने का हुनर भी आपके अंदर होना चाहिए।
मान लीजिए आप एक दुकानदार हैं, और आप अपनी दुकान में सामान बेचना चाहते हैं तो आप क्या करेंगे? आप अपने सामान को अच्छे से सजाएंगे, लोगों को बताएंगे कि आपके सामान क्यों अच्छे हैं, और उन्हें खरीदने के लिए प्रोत्साहित करेंगे। ठीक इसी तरह एक फ्रीलांसर को भी अपने काम को बेचना होता है।
Learning skills
मार्केट में हर रोज नए-नए ट्रेंड आते रहते हैं, जिस वजह से फ्रीलांसिंग के काम में भी लगातार बदलाव होते रहता है। ऐसे में आपको एक सफल फ्रीलांसर बनने के लिए अपडेटेड रहना पड़ता है और निरंतर सीखने की आदत डालनी पड़ती है। फ्रीलांसिंग के अलावा मार्केट में नए-नए टूल्स भी आते हैं जो काम को काफी आसान बना देते हैं।
अगर ऐसे में आप अपडेट नहीं रहते हैं और आपके कंपटीटर नई टेक्नोलॉजी को अडॉप्ट कर लेते हैं, और आप पुराने तरीके से ही काम करते हैं, तो ऐसे में कुछ दिनों में आप उनसे काफी पीछे हो जाएंगे। अगर एक फ्रीलांसर के तौर पर आपके अंदर लर्निंग स्किल मजबूत है, तो फिर आप इस फील्ड में लंबे समय तक अपनी सफलता का परचम लहरा सकते हैं।
निष्कर्ष
फ्रीलांसिंग का करियर आपके लिए एक बहुत अच्छा विकल्प हो सकता है। इस काम को करके आप निरंतर नया सीख तो सकते ही हैं, साथ ही बहुत अच्छी कमाई भी कर सकते हैं। लेकिन इसके लिए आपको उपरोक्त बातों का विशेष ध्यान रखना पड़ता है। अगर आपके अंदर उपरोक्त सभी स्किल हैं, तो फिर आप बड़ी ही आसानी से इस क्षेत्र में महारत हासिल कर सकते हैं। अगर आपके अंदर ये सारे गुण नहीं हैं, तो आप इन्हें सीख सकते हैं। तभी आप एक सफल फ्रीलांसर बन पाएंगे।
अगर आप जानना चाहते हैं कि फ्रीलांसिंग के लिए 6 सबसे बेहतरीन प्लेटफॉर्म कौन-कौन से हैं, तो आप इस लिंक पर क्लिक करके जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इस लेख में हमने आपको आसान शब्दों में फ्रीलांसिंग के लिए 6 सबसे बेहतरीन प्लेटफॉर्म के बारे में बताया है।